कभी देखें हैं बोन्साई
खूबसूरत, बहुत ही खूबसूरत
लड़कियों से नही लगते?
छोटे गमलों में सजे
जहां जड़ें हाथ-पैर फैला भी न सकें
पड़ी रहें कुंडलियों सी मारे,
जैसे कैद हो लड़कियां घरों में
जगह- जगह तारों से उमेठी हुई
बढ़वार थामती हुई सी,
काटे जाते तराशे जाते,
एक सुन्दर सा आकार दे कर
सजा कर ड्राइंग रूम में
रख दिए जाते
लोगों की प्रशंसा के लिए
इतनी सुन्दर बना के कि
दिखाई न दे इसके पीछे की
वो टूटन ,
वो फ़ैल न पाने ,बढ़ न पाने
स्वाभाविक स्वरुप न पाने की यंत्रणा,
लेकिन, फिर भी
खूबसूरत, बेहद खूबसूरत ।
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