एक बार माता-पिता बन जाने
के बाद आप कोई भी चीज अपने लिए नहीं लेते | सब कुछ बच्चों के लिए ही लिया जाता है | ऐसे ही एक दिन हमारे
यहाँ कंप्यूटर लिया गया | बच्चों की पढ़ाई के लिए | फिर बच्चों पर नियंत्रण रखने के
लिए इसे सीखा भी गया, क्योंकि हम दोनों ही तब इस विधा में अंगूठाटेक थे | अब जब सीख
ही लिया तो गृहस्थी से बचे समय में इस पर हाथ आजमाना भी शुरू कर दिया गया | उन दिनों
तो ये हाल था कि जहाँ भी “क्रिएट एन अकाउंट” देखते, वहां फटाक से अकाउंट बना भी लेते
| ऐसे ही एक दिन ब्लॉग भी बना |
अब ब्लॉग बन गया तो उसमे
क्या लिखा जाए यह प्रश्न खड़ा हुआ | थोड़ी रिसर्च की तो पता चला कि इसमें जो मन आये
वो लिख सकते हैं | अब हमने बहुत मन बनाया लेकिन फिर भी बहुत दिनों तक ये समझ भी
नहीं आया कि आखिर लिखा क्या जाए | इस कारण ये ब्लॉग लम्बे समय तक कुम्भकर्णी निद्रा में
ही पड़ा रहा | उधर फेसबुक धड़ल्ले से चल ही रही थी | इस दौरान हम डेस्कटॉप से
स्मार्टफोन तक का सफ़र भी तय कर चुके थे और थोड़े-थोड़े समय के बाद हमें लगता था कि
ब्लॉग को जगाया जाए |
इस प्रकार, नवम्बर २०१५ में
हमने आखिरकार डरते-डरते इस पर कुछ न कुछ पोस्ट करना शुरू किया | ये हमारे लिए एक
डायरी सरीखा था जिसे कुछ करीबी दोस्तों के अतिरिक्त सबसे छिपा कर रखा था | इसलिये
कभी इसकी लिंक भी शेयर नहीं की | बीच-बीच में हम इस पर पोस्ट करना भूल भी जाते रहे
| आज प्रथम अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगिंग दिवस पर अनेक मित्रों के ब्लॉग दिखे और
पढ़े भी | उनसे प्रेरणा पा कर हमने भी फिलहाल निश्चय किया कि अब ब्लॉग पर नियमित
हुआ जाए | अब देखना ये है कि ये संकल्प हम कब तक निभा पाते हैं |
जय ब्लॉगिंग |
इसे चालिए। खूब धूम-धमाके के साथ चलाइए।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं रहेंगी।
अब तो चलाना ही है, धन्यवाद रहेगा।
हटाएंअरे वाह ,चलिए मन बना तो मनबतियाँ भी सुनने मिलेंगी ,बढ़िया ,लेकिन एक सुझाव है ,ब्लॉग का बैकग्राउंड बदलिए काले पर सफेद अक्षर पढ़ने में दिक्कत होती है मुझे
जवाब देंहटाएंजरूर सुनाएंगे और बैकग्राउंड भी बदलते हैं, धन्यवाद ।
हटाएंधन्यवाद ।सुझाव अमल में लाने का ।
हटाएं.
जवाब देंहटाएं.
.
जारी रखें मनबतियाँ।
...
अवश्य
हटाएंहमने भी यही प्रण लिया है !
जवाब देंहटाएंप्रण पूरा करने के लिए शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंजय हिन्द...जय #हिन्दी_ब्लॉगिंग...
जवाब देंहटाएंअच्छी शुरुआत
जवाब देंहटाएंअच्छा है...नियमित लिखिये...डायरी समझ कर ही लिखें..हम लोगों की आदत है डायरी भी चुपके पढ़ डालते हैं :)
जवाब देंहटाएंहम आपका अभिनन्दन करते हैं. अनंत शुभकामनायें. साधुवाद..
#हिन्दी_ब्लॉगिंग